आज हम तुलसी के फायेदे के बारे में बात करेंगे और देकेंगे की तुलसी के प्रयोग से किन किन रोगों को दूर कर सकते हैं |
धन्यवाद नमस्कार दोस्तों |
Tulshi ( तुलसी )
तुलसी पित्त नाशक, वात नाशक, कुष्ठ रोग निवारक, पसली में दर्द, खून में विकार, कफ और फोड़े फुंसियों के उपचार में रामबाण की तरह फायदा करती है|
तुलसी न सिर्फ समाज में पूजनीय है बल्कि इसमें कई औषधीय गुण भी हैं दोस्तों इसका स्वाद भले ही कुछ लोगों को पसंद ना आए लेकिन सेहत के लिए यह बहुत फायदेमंद है, खासतौर पर दिल के लिए इसे अत्यंत उपयोगी माना जाता है|
तुलसी के फायदों के बारे में आइए आज हम जानते हैं
- कड़वी और तीखी तुलसी सास, कफ और हिचकी को तुरंत मिटा देती है|
- उल्टी होने, दुर्गंध, कुश, विष नाशक तथा मानसिक पीड़ा को मिटाने में बड़ी कारगर सिद्ध होती है|
- तुलसी की महानता के साकक्षी के बारे में कई ऐतिहासिक पुस्तकों में वर्णन मिलता है| इसका प्रयोग बैध द्वारा बहुत पहले से होता आया है|
- मंदिरों में पूजा अर्चना के समय गंगाजल में तुलसी के पत्तों को डालकर प्रसाद वितरण किया जाता है उन सब कार्यो के पीछे एक ही संकेत है कि लोग तुलसी का प्रयोग अपनी दैनिक दिनचर्या में निरंतर करें तो कोई बीमारी जल्दी नहीं होगी यानी कि कई बीमारियों से लड़ने में फायदा मिलेगा|
- वायु शुद्ध करें जहां तुलसी के पौधे का आरोपण होगा वहां की वायु भी शुद्ध होगी दोस्तों और विषैले कीटाणु प्रवाहिन हो जाते हैं|
- सुनानी चिकित्सकों के मतानुसार तुलसी के सेवन से रोगानु नष्ट होने लगते हैं एक प्रकार के ह्रदय में शक्ति भर देने वाली महा औषधि है|
- वायु को प्रदूषित करने से रोकने की शक्ति रखती है उनकी दृष्टि में इस पौधे में अनेकों तरह के औषधीय गुण विद्यमान रहते हैं|
- एलोपैथिक चिकित्सा प्रणाली में तो इसे अद्भुत संपन बताया गया है दोस्तों विशेषज्ञों का कहना है कि तुलसी में मलेरिया रोगों को भगाने की शक्ति विद्यमान है|
- सर्दी-खांसी निमोनिया को नष्ट कर देती है, तुलसी कीटाणुओं का नाश करती है, स्वास्थ्य वर्धन की दृष्टि में तुलसी की गंध को अत्यधिक उपयोगी माना गया है, इसकी पीली पत्तियों में हरे रंग के एक तलय पदार्थ की एक सतह समाहित है, हवा में इस औषधि के मिलने से कई किटाणु समाप्त होते हैं|
- रात्रि को सोते समय यदि तुलसी को कपूर में मिलाकर हाथ पैरों पर मालिश की जाए तो मच्छर पास नहीं आएंगे|
- पानी में तुलसी डालकर प्रयोग करने से कई बीमारियां समाप्त हो जाती हैं तुलसी की पत्तियों को जल में मिलाकर जल नित्य प्रति सेवन करने से मुख मंडल का तेज निखर कर आता हैं|
- तुलसी का प्रयोग करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है|
- तुलसी में एक विशेष प्रकार का एसिड पाया जाता है जो दुर्गंध को भगाता है भोजन के पश्चात तुलसी के 2-4 पत्तियां चबा लेने से मुंह से दुर्गंध नहीं आती है |
- त्वचा के लिए भी गुणकारी होती है, दमा अथवा तपेदिक रोगी को तुलसी की लकड़ी अपने पास सदेव रखनी चाहिए|
- तुलसी की माला पहनने से संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा कम होता है|
- तुलसी विश्व प्रसिद्ध औषधि है और उच्च कोटि का रसायन है|
- तुलसी के प्रयोग से शरीर के सफेद दाग मिटते सुंदरता बढ़ती है क्योंकि इसमें रक्त शोधन क्षमता विद्यमान है|
- नींबू के रस में तुलसी की पत्तियों का रस मिलाकर चेहरे पर लगाया जाए तो चर्म रोग मिट जाते हैं और चेहरा खिला-खिला रहता है|
- तुलसी की पत्तियों को सुखाकर उसमें तेजपत्र, सोप, लौंग,बड़ी इलायची, अगिया घास, वन फंसा, लाल चंदन और ब्रमणि को मिलाएं और इसको कूट डालें इस पाउडर को किसी कांच के बर्तन में रख लीजिए चाय के स्थान पर इसका प्रयोग कीजिए आप आपको बहुत सारी हानियों से बचाएगा और आपको स्वास्थ्य में लाभ सिद्ध होता हैं |
- तुलसी को निचोड़ कर रस निकालकर कान के दर्द में प्रयोग किया जाता हैं|
Tulsi leaf cancer
Importance of health
धन्यवाद नमस्कार दोस्तों |
importance of health:tulshi ke 20 faide
Reviewed by Triveni Prasad
on
सितंबर 13, 2019
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Nice post in hindi
जवाब देंहटाएंAapne bahut achche tarike se tulsi ke faide ke bare me bataye
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