आप सभी का चिर परिचित दोस्त उपस्थित हूं आप सभी की सेवा में कुछ एक बेहद ही महत्वपूर्ण जानकारियों को लेकर |
आज हम पान के पत्तों से किन-किन रोगों को दूर भगा सकते हैं इस बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं और पान के फायदों के बारे में बात करेंगे |
आइए जानते हैं पान से रोगों का उपचार कर सकते हैं पान की संस्कृति परंपरा पूजा-अर्चना में बहुत अधिक महत्वपूर्ण स्थान है सामान्यतः लोग इसे खाना खाने के बाद खाना पचाने के, और मुंह के स्वाद के लिए खाते हैं|
इसके अलावा धर्म संस्कार की क्रियाएं भी इसके बिना संभव नहीं है किंतु बहुत कम लोग जानते हैं कि यह सिर्फ चाय का ही नहीं बेहतर करता है बल्कि शरीर को अनेक तरह के रोगों से भी बचाता है और कई बीमारियों का उपचार करता है पान को बनाने में अनेक चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि पान का पत्ता, कथा, सुपारी और चूना आदि दी जाती हैं |
importance of health - by using Betal leaf
ये सारे किसी न किसी रूप में लाभकारी होते हैं आज हम पान के ऐसे ही ओसोधी गुणों के बारे में बात करेंगे |सबसे पहले तो अगर आपको पायरिया रोग है तो ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें दांतों में पायरिया की शिकायत होती है और जिसके लिए वे अनेक तरह की दवाइयां खाते हैं और अनेक तरह के परहेज करने पर विवश हो जाते हैं किंतु अगर वे पान में 10 ग्राम कपूर मिलाकर दिन में 3 -4 बार पान का सेवन करते हैं तो जल्द ही ठीक हो जाता हैं |
बस उनको एक बात की सावधानी ये रखनी पड़ती है कि वह कपूर मिले पान के रस को पेट में ना सटके बल्कि बाहर निकाल दें |
मुंह का स्वास्थ्य पान मात्र पायरिया ही नहीं बल्कि पूरे मुंह के लिए स्वास्थ्यवर्धक होता है क्योंकि इसमें कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करते हैं और मुंह की दुर्गंध को भगाने में मदद करते हैं इस में इस्तेमाल किया जाने वाला कथा, लौंग और इलायची मुंह को फ्रेश रखता है जो व्यक्ति पान खाते हैं उनकी लार में अस्कर्बिक एसिड का स्टार भी सामान्य रहता हैं | जिससे उन्हें मुंह से संबंधित किसी भी रोग से सुरक्षा मिलती है यह मसूड़ों की गांठ और सूजन को दूर करने में भी लाभकारी होता है |
अगर आपको खांसी है जी हाँ जो व्यक्ति खांसी से परेशान रहते हैं उन्हें हल्दी को गर्म करके पान में लपेटना चाहिए और उसके बाद इसे चबाना चाहिए अगर फिर भी खांसी नहीं रुक रही है तो आप हल्दी के साथ-साथ अजवाइन को भी मिला लें और इसे चबाए आपको जल्द ही आराम मिलेगा |
अगर आपको जुकाम हैं यानि की खासी के साथ - साथ जुकाम का होना सामान्य बात है किन्तु जुकाम को दूर करने के लिए आप थोड़ी सी लोंग मिला ले इससे जुकाम जल्दी पाक जाता है और आपको आराम मिलता है|
जिन व्यक्तियों को किडनी की समस्या है वे दिन में दो बार सुबह शाम पान को अवश्य चबाये इससे उनकी पेट की गंदगी साफ हो जाते हैं और किडनी की कार्य क्षमता में वृद्धि होती है किंतु आपको कुछ चीजों का परहेज करना आवश्यक है जैसे कि अधिक मिर्च-मसाला, शराब, अंडे, मांस और ऐसी चीजे जिसे पचाने में पाचन तंत्र को काफी मेहनत करनी पड़ती है आपको नहीं खानी चाहिए |
पान से स्वश या स्वश नली से जुड़ी अनेक तरह के बीमारियों में इस्तेमाल किया जाता है इनको ठीक करने के लिए |
इसके लिए आप पान का तेल निकले और उसे गर्म कर ले इसके बाद आप सीने को सेके या अपने सीने की मालिश करें आप इस उपाय को एक महीने तक अपनाएं आपको खुद इसका लाभ महसूस होगा |
पेशाब का कम आना कुछ लोगों को अल्प मूत्र का रोग होता है जिसकी वजह से उन्हें पेट संबंधी अनेक रोग अपना शिकार बना लेते हैं इस समस्या से बचने के लिए आप पान के पत्तों का रस निकालकर उसे पतले दूध के साथ लें इस तरह का रुका हुआ पेशाब ठीक हो जाता है|
त्वचा के निखार के लिए पान के पत्तों में कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जिससे आपकी त्वचा के रंग में निखार आता है और आपका सौंदर्य बढ़ता है यह आपके खून को साफ करके आपको कील मुहांसों से भी बचाए रखता है |
जिन लोगों को गठिया रोग है क्या शरीर के अनेक हिस्सों में सूजन है उन्हें पान की पत्ती को पीसकर उसमें अरंडी का तेल मिलाकर पेस्ट तैयार करना चाहिए इस पेस्ट को है उस जगह पर लगाना चाहिए जहां उन्हें समस्या है|
आपने देखा होगा कि जिन लोगों की नई नई शादी हुई होती है पान का अधिक सेवन करते हैं इसके पीछे का कारण यह होता है कि पान के रोजाना सेवन से आपकी काम भावना बढ़ जाती है और आप अपने साथी के साथ बिताए गए पलों को और भी अधिक हसीन और खुशनुमा बना सकते हैं|
पान सेलिब्रेनी ग्रेन को सक्रिय करता है जिससे मुंह में पाचन के लिए जरूरी लार बनती है और खाना आसानी से छोटे-छोटे टुकड़ों में बत जाता है इसका आपको कब्ज जैसी समस्या से भी निजात दिलाने में फायदा मिलता है क्योंकि पान पाचन तंत्र के लिए और किडनी के लिए फायदेमंद है और यह खाने को पचाने के लिए लार भी बनाता है तो इस तरह से शरीर की आते सांप रहते हैं और अल्सर का खतरा टल जाता है|
पान में पाया जाने वाला एनलजेसिक तत्व सर दर्द में आराम देता है साथ ही पान के पत्ते को घाव पर लगाने या पान का सेवन से घाव भी जल्दी भर जाता है|
अगर आपको अधिक सर्दी लग रही है तो उस स्थिति में भी आप पान के पत्तो का सेवन कर सकते हो इसके लिए आप थोडा सा सहद मिला ले इसके बाद आप इसे चबाये |
ये थे importance tips for health .
importance of health - by using Betal leaf
Reviewed by Triveni Prasad
on
सितंबर 11, 2019
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